स्वतंत्रता के पश्चात लगभग 56 वर्ष की अल्पावधि में यद्यपि नगर का बाहय प्रसार नहीं हुआ हैं, तथापि बहुत से ध्वस्थ मंदिरों का जीर्णोद्धार, शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना, पार्कों एवं उद्यानों- का निमार्ण एवं सौंदर्यीकरण, कतिपय स्थानीय प्रशासनिक कार्यालयों की स्थापना, सार्वजनिक एवं अर्द्ध सार्वजनिक सुविधाओं से सम्बन्धित इसके सांस्कृतिक भूदॄश्य में परिवर्तन हुए है, […]
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